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Saturday, January 19, 2019

सॉफ्टवेयर क्या है - (what is Software)

सॉफ्टवेयर क्या है - (what is Software)


    हम कंप्यूटर की मदद से विभिन्न प्रकार के कार्यों को संपन्न कर सकते है। असल में सभी प्रक्रियाएँ सॉफ्टवेयर की मदद से कि जाती है जो किसी एक सेकण्डरी मेमोरी डिवाइस में संग्रहित हो जाती है। सॉफ्टवेयर प्रोग्राम का एक और नाम है। सॉफ्टवेयर प्रोग्रामों का संग्रह है जो एक विशेष प्रयोजन (Special Purpose) के लिए लिखा गया है। एक प्रोग्राम कुछ भी नहीं बस एक निर्देशों का समूह है जो की किसी एक विशेष प्रोग्रामिंग भाषा में लिखा गया है।
           सॉफ्टवेयर के दो प्रमुख प्रकार हैं:

  1. सिस्टम सॉफ्टवेयर
  2. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर

1. सिस्टम सॉफ्टवेयर और उनके प्रकार :-
      सिस्टम सॉफ्टवेयर एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो पहले उपयोगकर्ता (User) से सुचना का आदान प्रदान करता है और फिर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के साथ काम करता हैसिस्टम सॉफ्टवेयर कंप्यूटर को अपने आंतरिक संसाधनों(Internal Resources) का प्रबंधन करने में मदद करता है।सिस्टम सॉफ्टवेयर सिर्फ एक प्रोग्राम नहीं हैबल्कि कई प्रोग्रामो का संग्रह है सिस्टम प्रोग्राम्स के महत्वपूर्ण घटक( Component ) निम्न प्रकार है :-

  • ऑपरेटिंग सिस्टम (OS ): ऑपरेटिंग सिस्टम सिस्टम सॉफ्टवेयर है जो की कंप्यूटर हार्डवेयर ( Hardware) और सॉफ्टवेयर ( Software) संसाधनों सीपीयू ( CPU), मेमोरी (Memory), इनपुट ( Input ) और आउटपुट ( Output) आदि का प्रबंधन और कंप्यूटर प्रोग्राम के लिए आम सेवाएं प्रदान करता है |यह कंप्यूटर और उपयोगकर्ता के बीच एक इंटरफ़ेस प्रदान करता है विंडोज़ ओएस कंप्यूटर पर सबसे अधिक और व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम में से एक है | लिनक्स ( Linux ) और यूनिक्स ओएस ( Unix OS ) भी कुछ विशेष प्रकार की एप्लीकेशन में इस्तेमाल किया जाता है।
  • यूटिलिटीज ( Utilities ): यूटिलिटीज विभिन प्रकार की सेवाएं है जो की ऑपरेटिंग सिस्टम के द्वारा प्रदान की जाती है | यूटिलिटीज जैसे डीफ्रैगमेंटर (Disk Defragmenter ) अवांछनीय फाइल को हटाने एंव डिस्क के संसाधनों को पूर्ण रूप से काम में लेने के लिए उपयोगी होती है | इस सुविधा के द्वारा हम डिस्क स्पेस ( Disk Space ) को भी व्यवस्थित कर सकते हैं।
  • डिवाइस ड्राइवर ( Device Driver ): ये एक तरह के विशेष प्रोग्राम होते हैं जो अन्य इनपुट और आउटपुट डिवाइस को बाकि के कंप्यूटर के साथ संवाद ( Communicate ) करने की अनुमति प्रदान करते हैं।
  • सर्वर ( Servers ): सर्वर की आवश्यकता तब पड़ती है जब अलग अलग यूजर ( User ) द्वारा किये गए अनुरोधों को पूरा करने के लिये विभिन प्रकार के प्रोग्रामो को रन करने की जरुरत होती हैंं।