Output Devices |
1. मॉनिटर :- आउटपुट की सॉफ्ट कॉपी को डिस्प्ले करने के लिए सबसे लोकप्रिय डिवाइस एक मॉनिटर है । यूजर मॉनिटर के द्वारा आउटपुट को स्क्रीन पर देख / पढ़ सकता है ।
2. CRT मॉनिटर :- CRT मोनिटर एक परम्परागत आउटपुट डिवाईस रहा है । ये एक टीवी के समान होता है । एक CRT मॉनिटर एक बड़ी कैथोडरे ट्यूब होती है जो कि अलग अलग पॉवर की इलेक्ट्रॉन बीम का उपयोग करके स्क्रीन के ऊपर पिक्चर बनाती है । मॉनिटर स्क्रीन का आकार विकर्ण ( diagonally ) रूप में इंच में मापा जाता है । मॉनिटर का रिज़ॉल्यूशन पिक्सल्स में मापा जाता एक मॉनिटर कितने पिक्सल्स स्क्रीन पर होरीज़ोंटेली एवं वर्टिकली प्रदर्शित ( डिस्प्ले ) कर सकता है , ये उसका रिज़ॉल्यूशन कहलाता है , उदाहरण के तौर पर 800X600, 1024X768 आदि । पिक्सल बहुत ही छोटे डॉट्स से बने होते हैं, जिन्हें मिला कर किसी भी इमेज को स्क्रीन पर प्रदर्शित किया जा सकता है । स्क्रीन पर डॉट्स के बीच की रिक्त जगह को डॉट पिच कहा जाता है । एक स्क्रीन में जितने छोटे डॉट पिच होंगे उस स्क्रीन पर पिक्चर की क्वालिटी उतनी ही बेहतर होगी ।
3. फ्लेट पैनल मॉनिटर :- पैनल मॉनिटर आम तौर पर कंप्यूटर से आउटपुट प्रदर्शित करने के लिए एक एलसीडी ( लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले - Liquid Crystal Display ) का उपयोग करता है । LCD कई पतली परतों ( लेयर ) से मिलकर बनती है, जब प्रकाश इन परतो से गुजरता है तो ये प्रकाश का ध्रुवीकरण करती है । एक परत ( लेयर ) का ध्रुवीकरण, जिसमे की लम्बे पतले अणु ( long thin molecules ) होते है जिसको क्रिस्टल डिस्प्ले ( crystal display ) कहा जाता है, को पिक्सेल लेवल पर नियंत्रित किया जा । सकता है जिससे पिक्सेल को हल्का या गहरा बनाया जा सकता है। एलईडी ( LED ) प्लाज्मा डिस्प्ले भी एक फ्लैट पैनल तकनीक ही है जो कि आजकल सबसे अधिक इस्तेमाल की जाती है, विशेष रूप से लैपटॉप में। CRT मोनिटर की तुलना में फ्लैट पैनल बहुत हल्का होता है । आज जो सबसे अधिक और नवीनतम एलसीडी उपयोग की जाती है उसमे थीन फिल्म ट्रांजिस्टर ( thin film transistor TFT ) उपयोग में लिया जाया है एवं हर एक पिक्सेल को नियंत्रित किया जाता है इसलिए पिक्चर क्वालिटी व व्युइंग एंगल ( viewing angle ) बहुत बेहतर हुआ है | LED मॉनीटर्स लाइट एमिटिंग डायोड यूज़ करते है जो मॉनिटर में परफॉरमेंस बूस्टर ( प्रदर्शन बढ़ाने वाली ) का काम करती है । LED मोनिटर मूल रूप से LCD मॉनिटर है जिसमे LED backlight लगा हुआ है जो LCD panel को रौशनी व शक्ति प्रदान करता है ।
4. प्रिंटर:- प्रिंटर इन्फॉर्मेशन को स्थायी पठनीय प्रारूप (Permanent Readable Format) में प्रदान करता है जिसे हम हार्ड कॉपी कहते है आमतौर पर आउटपुट एक कागज पर छपा (print)होता है आउटपुट की गुणवत्ता (Quality) डीपीआई (Dots per inch) में मापी जाती है प्रिंटर को मोटे तोर पर इम्पैक्ट और नॉन इम्पैक्ट (Non impact printer) प्रिंटर में वर्गीकृत किया जा सकता है ।
5. प्लॉटर:- का उपयोग इंजीनियरिंग की उच्च गुणवत्ता वाली कलाकृतियों (Vector Graphics)बिल्डिंग प्लान (Building plan)सर्किट डायग्राम (Circuit) आदि को प्रिंट करनेके लिए किया जाता है । ये प्रिंटर ग्राफ़िक्स एवं कलाकृतियों को इंक पेंस या इंकजेट की मदद से प्रिंट करते है ।यह आमतौर पर ड्रम प्लॉटर (Drum Plotter) और फ्लैट बेड प्लॉटर (Flat Bed Plotter) होते है ।
6. स्पीकर:- यह मल्टीमीडिया कंप्यूटर का एक हिस्सा है।स्पीकर ध्वनि विस्तारक का इस्तेमाल करते है जो कम्पन(Vibrate) के द्वारा ध्वनि का निर्माण करते है और ऑडियो आउटपुट (Audio Output) प्रदान करते है ।
7.मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर:- लोगो की एक बड़ी संख्या के लिए कंप्यूटर आउटपुट प्रदर्शित करने के लिए का इस्तेमाल किया जाता है | यह व्यापक रूप से मीटिंग्स (Meetings)और कांफ्रेंस (Conferences)के दौरान प्रेजेंटेशन दिखाने के लिए उपयोग में लिया जाता है ।
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